अच्छा लगता है
जागते से ही सूरज की लालिमा में खुले आसमां से
उड़ते पक्षियों का छत पर उतरकर
दाना चुगना
अच्छा लगता है



आंगन में लगे पेड़ों पर ची ची करती चिड़िया
तोते की टांय टांय
गिलहरी का चढ़ना उतरना
अच्छा लगता है

दरवाजे पर गाय और कुत्ते का
रोटी के लिए इंतजार
उन दोनों का यूं साथ खड़े रहना
अच्छा लगता है

छत पर बच्चों को साथ लेकर
तारे गिनना
उचक उचक कर चांद छूने की कोशिश
अच्छा लगता है

मेरी शरारत देखकर जलन भरा दिल
यूं कह देता है
बड़ी हो गई हो
मैंने पलटकर दिया ज़बाब
उम्र की ऐसी तैसी
बचपना
अच्छा लगता है ।

लेखिका विमला मीना
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