लेकिन इन दोनों का मिलन कम ही देखने को मिलता है
 मैने सुना था —
एक महिला बेहद खूबसूरत है और इस बात से वो अनभिज्ञ नही है कि ये कुदरत की देन है पर .......।
एक सफर मे उसको एक अपाहिज व्यक्ति के साथ उसकी पास वाली सीट पर बैठना है ।
वो महिला देखती है ये एक पैर विहीन ,चेहरा भी एक तरफ से झुलसा सा गया नही , नही मै इसके साथ सफर नही कर पाऊंगी ,वो एयर हाॅस्टेस को बुलाकर कहती है 
आप मेरी सीट बदल दीजिये ।
हाॅस्टेस के कारण पूछने पर खूबसूरत बला ने कहा मै इस अपाहिज के साथ .......।
हाॅस्टेश ने चारो तरफ निगाहे घुमाई कोई भी सीट खाली नही थी उसने कप्तान से बात की और उन्हे सच बताया 
कुछ देर बाद एयर हाॅस्टेस ने आकर कहा, आपको प्रथम श्रेणी मे सफर करने के लिए चुना गया है अधुरी बात सुने बगैर वो महिला प्रसन्नता से खडी हुई ,तभी उसने उस अपाहिज व्यक्ति को उठाया और कहा हम नही चाहते कि आप एक अशिष्ट महिला के साथ सफर करे ।
जब अपाहिज व्यक्ति को दुख हुआ जानकर —
उसने कहा मैं फौजी रहा और  और देशहित लडते़ हुए ये हादसा हुआ मैने इनकी सुरक्षा के लिए ,मगर खुश भी हूं इंसानियत बाकी है ।
खूबसूरत महिला बेहद शर्मिन्दा थी लेकिन अब उसका सफर वाकई मे रंग और आनंदविहीन था ।
खूबसूरती चेहरे मे नहीं आँखों में होती है जिन्हे खुद मे कुछ ना दिखे लेकिन बाकी सब सुन्दर दिखाई दे 
महत्वपूर्ण ये है कि सिर्फ नजरिया बदले ।