लेकिन इन दोनों का मिलन कम ही देखने को मिलता है
मैने सुना था —
एक महिला बेहद खूबसूरत है और इस बात से वो अनभिज्ञ नही है कि ये कुदरत की देन है पर .......।
एक सफर मे उसको एक अपाहिज व्यक्ति के साथ उसकी पास वाली सीट पर बैठना है ।
वो महिला देखती है ये एक पैर विहीन ,चेहरा भी एक तरफ से झुलसा सा गया नही , नही मै इसके साथ सफर नही कर पाऊंगी ,वो एयर हाॅस्टेस को बुलाकर कहती है
आप मेरी सीट बदल दीजिये ।
हाॅस्टेस के कारण पूछने पर खूबसूरत बला ने कहा मै इस अपाहिज के साथ .......।
हाॅस्टेश ने चारो तरफ निगाहे घुमाई कोई भी सीट खाली नही थी उसने कप्तान से बात की और उन्हे सच बताया
कुछ देर बाद एयर हाॅस्टेस ने आकर कहा, आपको प्रथम श्रेणी मे सफर करने के लिए चुना गया है अधुरी बात सुने बगैर वो महिला प्रसन्नता से खडी हुई ,तभी उसने उस अपाहिज व्यक्ति को उठाया और कहा हम नही चाहते कि आप एक अशिष्ट महिला के साथ सफर करे ।
जब अपाहिज व्यक्ति को दुख हुआ जानकर —
उसने कहा मैं फौजी रहा और और देशहित लडते़ हुए ये हादसा हुआ मैने इनकी सुरक्षा के लिए ,मगर खुश भी हूं इंसानियत बाकी है ।
खूबसूरत महिला बेहद शर्मिन्दा थी लेकिन अब उसका सफर वाकई मे रंग और आनंदविहीन था ।
खूबसूरती चेहरे मे नहीं आँखों में होती है जिन्हे खुद मे कुछ ना दिखे लेकिन बाकी सब सुन्दर दिखाई दे
महत्वपूर्ण ये है कि सिर्फ नजरिया बदले ।
3 Comments
मुझे आप पर गर्व है .
ReplyDeleteलगता है बेरोजगारी को इश्क हो गया है मुझसे...2 मैं भारत का युवा बेरोजगार ऐसा महसुस कर रहा हूँ!
ReplyDeleteपढा लिखा हूँ फिर भी मैं...2 मैं भारत का युवाअपने आप को बेरोजगार महसुस कर रहा हुँ!
कुछ उम्र बीत गई पढ़ाई में...2 कुछ परीक्षा तिथि के इतंजार में लगता है जो उम्र बची है बीत जाएेगी परिणाम के इंतजार में,मैं भारत का युवा बेरोजगार एेसा महसुस कर रहा हुँ!
कब लगेगी नौकरी?...2 इस सवाल का जवाब देने में, मैं भारत का युवा बेरोजगार असमर्थ महसुस कर रहा हुँ!
ये सवाल नही लगता है! खंजर है जैसे...2 इस सवाल को पुछे जाने पर, मैं भारत का युवा बेरोजगार स्वयं को जखमी महसुस कर रहा हुँ!
पढ़ाई की तो थी सम्मान से जीवन जीने के लिए पर...2 मैं भारत का युवा बेरोजगार स्वयं को अपमानित सा महसुस कर रहा हुँ!
साहरा बनना चाहता था परिवार का पर...2 मैं भारत का युवा बेरोजगार स्वयं को परिवार पर बोझ महसुस कर रहा हुँ!
सुना है बिकने लगी है नौकरी दलालो के हाथो...2 मैं भारत का युवा बेरोजगार इन दलालो का पत्ता जानने की जरूरत महसुस कर रह हूँ!
मुलाजिम बनने कि करता हुँ कोशिशे...2 पर मैं भारत का युवा बेरोजगार अपने अाप को मुजरीम महसुस कर रहा हुँ!
गुनेगार नही हुँ फिर भी मैं...2 मैं भारत का युवा बेरोजगार स्वयं को गुनेगार महसुस कर रहा हुँ!
लगता है! बेरोजगारी को इश्क हो गया मुझसे...2 मै भारत का युवा बेरोजगार ऐसा महसुस कर रहा हुँ!
बहुत ही सुंदर कविता
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